जानिए अपने कंप्यूटर के पार्ट्स के बारे में

दुनिया में आज लगभग सभी लोग किसी न किसी रूप में कंप्यूटर का प्रयोग कर रहे है। यहाँ तक की जो लोग सिर्फ स्मार्टफोन का प्रयोग कर रहे है वो भी एक कंप्यूटर ही है। कंप्यूटर, लैपटॉप या स्मार्टफोन का प्रयोग करते हैं परन्तु उनको कंप्यूटर के पार्ट्स(Computer Parts) की जानकारी नहीं होती है। और जब कंप्यूटर, लैपटॉप या स्मार्टफोन में कोई दिक्कत होती है और जब हम इसे ठीक करवाने जाते हैं तब हमसबको ठगे जाने की संभावना बढ़ जाती है।

इसीलिए अपने डेस्कटॉप कंप्यूटर या लैपटॉप कंप्यूटर के पार्ट्स(Computer Parts) की थोड़ी सी जानकारी होनी चाहिए। इस ब्लॉग में जानते हैं डेस्कटॉप में पाए जाने कंप्यूटर पार्ट्स(Computer Parts) के बारे में :

कंप्यूटर कैबिनेट (कंप्यूटर केस):

आम बोलचाल की भाषा में कंप्यूटर कैबिनेट को ही लोग CPU बोलते है। परन्तु CPU कंप्यूटर कैबिनेट के अंदर मदरबोर्ड पर लगा होता है।
कंप्यूटर कैबिनेट कंप्यूटर के सभी मुख्य पार्ट्स(Computer Parts) को एक साथ रखने के लिए बना है। अगर आपने इसे खोला है या कंप्यूटर अस्सेम्ब्ल होते समय देखा तो आपने पाया होगा की कैबिनेट केस में कंप्यूटर के अधिकांश पार्ट्स इसी कंप्यूटर केस में हैं

मदरबोर्ड:

कंप्यूटर मदरबोर्ड(Computer Motherboard) किसी भी कंप्यूटर का मेन बोर्ड(main board) होता है, जिसमें CPU, RAM, Wi-Fi, हार्डडिस्क(Hard Disk) और अन्य पार्ट्स जुड़े होते हैं।

CPU (प्रोसेसर) :

CPU यानि सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट(Central Processing Unit) जो कि कंप्यूटर का दिमाग है। हम जितना भी काम कंप्यूटर पर करते हैं उसका प्रोसेसिंग यही CPU करता है।
जैसे अगर हम कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर पर दो नंबर को जोड़ते हैं तब हम २ नंबर का जोड़ का रिजल्ट पाते है। वैसे हमको लगता है कि यह सारा काम कंप्यूटर में कैलकुलेटर सॉफ्टवेयर करता है। परन्तु कैलकुलेटर सॉफ्टवेयर सहित सारा प्रोसेसिंग CPU में ही होता है.

रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM):

आपने संभवतः सुना होगा कि कंप्यूटर बहुत धीमा चल रहा है तब अपने कंप्यूटर का RAM बढ़वा लो। और जब हम अपने कंप्यूटर का RAM बढ़वाते है तो कंप्यूटर की प्रोसेसिंग स्पीड बढ़ जाती है।
क्यूंकि RAM एक वर्चुअल मेमोरी है और जब हमारा कंप्यूटर स्टार्ट होता है तब RAM हार्डडिस्क में सुरक्षित सभी डाटा को पढ़ के उसको अपने वर्चुअल मेमोरी में लोड कर लेता है। और जब हम कोई भी कमांड देते हैं तो हमारा कंप्यूटर उसी वर्चुअल मेमोरी से डाटा/रिकॉर्ड खोजकर हमको दिखता है।
RAM जितना ज्यादा होगा कंप्यूटर का प्रोसेसिंग उतना ही तेज होगा।

हार्ड डिस्क (HDD) / SSD:

हार्डडिस्क कोई भी डाटा को स्थायी रूप से रखने के लिए प्रयोग होता है। वर्तमान में मुख्यतः २ तरह के हार्ड डिस्क होते हैं – HDD और SSD

मॉनिटर:

हम आप कंप्यूटर को कंप्यूटर की स्क्रीन के कारन ही जानते है। अगर कंप्यूटर मॉनिटर पर कुछ नहीं दिख रहा है तो हम आप कुछ भी नहीं कर सकते हैं।
मूलतः कंप्यूटर मॉनिटर का काम कंप्यूटर के डाटा को दिखाना होता है।

SMPS:

SMPS यानि Switched Mode Power Supply

SMPS को इस तरह से बनाया गया है कि वो कंप्यूटर पार्ट्स को जितने पावर की जरुरत हो SMPS उतना ही पावर कंप्यूटर पार्ट्स को दे।

कीबोर्ड(Keyboard )

हम किसी भी कंप्यूटर को कीबोर्ड या माउस की मदद से निर्देश देते हैं और कंप्यूटर उसी के अनुसार काम करता है।
आजकल दो तरह के कंप्यूटर के कीबोर्ड आते है – एक तार के साथ और दूसरा बिना तार के

कंप्यूटर माउस(Computer Mouse)

जैसे कीबोर्ड से हम कंप्यूटर को निर्देश देते है उसी तरह से हम माउस की मदद से भी कंप्यूटर को निर्देश देते हैं।
कंप्यूटर माउस भी कई तरह के होते हैं : क्लासिक माउस, ऑप्टिकल माउस , ऑप्टिकल वायरलेस माउस

Cooling Fan

कूलिंग फैन(Cooling Fan)

डेस्कटॉप कंप्यूटर में SMPS के साथ एक कूलिंग फैन भी जुड़ा होता है। जब हम कंप्यूटर को कोई निर्देश देते हैं तब CPU उस निर्देश के हिसाब से प्रोसेसिंग करता है जिससे कंप्यूटर के अंदर गर्मी पैसा होती है। और इसी गर्मी को बाहर करने के लिए कूलिंग फैन लगा होता है.

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